उत्तराखंड के आधुनिक काल का इतिहास
उत्तराखंड के आधुनिक काल का इतिहास
गोरखा शासन
गोरखा नेपाल के थे, जो कि बहुत लड़ाकू और साहसी थे। कुमाऊं के चन्द शासकों की कमजोरी का...
नैनीताल की कुछ ही दुरी पर स्थित बेहद ही खूबसूरत है सात ताल, जानिए...
सातताल झील
नैनीताल से 23 किमी दूर स्थित एक बहुत ही ख़ूबसूरत झील है। यह झील उत्तराखंड में स्थित हैं। इस ताल तक पहुँचने के...
श्री हेमकुंड साहिब यात्रा (Hemkund Lake) की जानकारी और इतिहास के बारे में जाने...
श्री हेमकुंड साहिब उत्तराखंड राज्य में स्थित समुद्र तल से लगभग 4632 मीटर (15197 फूट) की ऊंचाई पर स्थित है। श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा...
उत्तराखंड पृथक राज्य आंदोलन इतिहास
★ उत्तराखंड को 5-6 मई 1938 ई० को श्रीनगर गढ़वाल उत्तराखंड में आयोजित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विशेष अधिवेशन में इस क्षेत्र को पृथक...
ओम पर्वत का रहस्य
ओम पर्वत om mountain उत्तराखंड
ओम पर्वत 6191 मीटर की ऊंचाई पर हिमालय पर्वत श्रृंखला के पहाड़ों में से एक है। यह पर्वत नाबीडागं से...
उत्तराखंड के इस मंदिर का है अनोखा रहस्य, नासा के वैज्ञानिकों को भी लौटना...
ये मंदिर अपने एक अनोखे चुंबकीय चमत्कार से लोकप्रिय है, जिसके बारे में जानने के लिए अक्सर यहां वैज्ञानिक भी आते रहते हैं। हालांकि,...
क्या आपको पता है बदरीनाथ मंदिर का नाम बदरीनाथ कैसे पड़ा?
बद्रीनाथ धाम, जिसे बद्रीनारायण के नाम से भी जाना जाता है, भारत के उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में हिमालय की गोद में अलकनंदा...
उत्तराखंड का वो रहस्यमयी मंदिर जहां आंखों पर पट्टी बांधकर पुजारी करते हैं पूजा
देवभूमि उत्तराखंड में कई रहस्यमयी मंदिर हैं। इनमें से एक है चमोली में स्थित लाटू देवता का मंदिर।
इस मंदिर में पुजारी मुंह और नाक...
उत्तराखंड में है गोलू देवता का ऐसा मंदिर जहां चिट्ठी लिखने से पूरी होती...
ऋग्वेद में उत्तराखंड को देवभूमि कहा गया है। ऐसी भूमि जहां देवी-देवता निवास करते हैं। हिमालय की गोद में बसे इस सबसे पावन क्षेत्र...
500 किलो सोने से सजा हुआ है अमृतसर का ये मंदिर,जो श्री हरमंदिर साहिब...
Golden Temple : जब भी सभी धर्मों की आस्था की बात होती है अमृतसर का स्वर्ण मंदिर जरूर नज़रों के सामने आता है। लाखों...
उत्तराखंड : बेहद खूबसूरत है पर्वत पर बसा कार्तिक स्वामी मंदिर, यहां कार्तिक ने...
देवभूमि उत्तराखंड धर्म-अध्यात्म के क्षेत्र में सबसे खास माना जाता है। विश्व भर के पर्यटकों का यहां आने का एक उद्देश्य आत्मिक व मानसिक...
Mahadev: महादेव के गले में लिपटे हुए नाग का मंदिर जिसका नाम है नागनाथ...
नागनाथ का मंदिर (Nagnath Mandir Champwat )
जैसा कि इस मंदिर के नाम से ही पता चलता है, नाग+नाथ, नाग यानी सांप और नाथ भगवान...
Uttarakhand: बालेश्वर मंदिर क्यों प्रसिद्ध है इतना, जहां शिवरात्रि पर लाखो लोग जाना पसंद...
बालेश्वर मंदिर कहां पर स्थित है
उत्तराखण्ड राज्य के चम्पावत नगर में स्थित बालेश्वर मंदिर एक प्राचीन हिन्दू मंदिर है जो कि भगवान शिव को...
उत्तराखंड का इतिहास
पौराणिक इतिहास:
वैसे तो उत्तराखंड का इतिहास अभी का नहीं अपितु कई समय पहले का है, जिसका जिक्र कई हिंदू पुराणों में मिलता है। पौराणिक...
माता पूर्णागिरी का इतिहास
पूर्णागिरि मंदिर उत्तराखण्ड राज्य के चम्पावत जिले के टनकपुर नगर में काली नदी, जिसे शारदा नदी भी कहते हैं, के दाएं किनारे पर स्थित...
कुमाऊं का एक राजा जो जान बचाने के लिये बिल्ली की तरह डोके में...
सन् 1597 ई0 में कुमाऊं के राजा रुपचन्द की मौत हो जाने के बाद उसका बेटा लक्ष्मीचन्द को कुमाऊं की गद्दी पर बैठा. मनोदयकाव्य...
हिंदी पत्रकारिता दिवस
आज हिंदी पत्रकारिता दिवस है। आज से 195 साल पहले 30 मई 1826 को कलकत्ता में उदंत मार्तंड नामक साप्ताहिक अखबार की शुरुआत हुई।...
लोकगाथा और इतिहास के आईने में अल्मोड़ा नगर की स्थापना का इतिहास
मानव सभ्यता की बसावट के साथ ही अल्मोड़ा का अपना पृथक ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक महत्व रहा है. लाखू उडियार, फलसीमा, कसार देवी जैसे...
पहली बार कुमाऊं शब्द का प्रयोग इतिहासकार अब्दुल्ला के ग्रंथ तारीखे-दाऊदी में मिलता है
उत्तराखण्ड के कुमाऊं मंडल को पहले कूर्मांचल नाम से जाना जाता था. इस भूभाग का कुर्मांचल नाम चम्पावत के नाग मंदिर के अभिलेखों में...
कलुवावीर : उत्तराखण्ड के लोकदेवता
कलुवा शायद एक नागपंथी सिद्ध था. अपनी सिद्धियों की वजह से ही उसने इस पंथ में अपनी ख़ास जगह बना ली थी. कलुवावीर के...