वो बचपन की यादें और शरारतें
बात है उस समय की जब मैं प्राइमरी स्कूल में पढ़ती थी जो कि सिर्फ प्री नर्सरी से फिफ्थ क्लास तक था और मेरे...
इंतजार करती थकती बूढी आँखें, और लौट कर ना आती जवां खवाहिशे
मेरा आज का विषय पलायन से जुड़ा हुआ है।
ये वर्ष 2000 की बात है मैं अपने पैतृक घर गंगोलीहाट ईष्ट की पूजा के लिए...
बचपन की यादें और दादी मां का प्यार
बात है उन दिनों के जब मैं बहुत छोटी थी, इतनी छोटी कि मुझे याद भी नहीं, शायद दो-तीन साल की।
दादी मां ने वैसे...
सम्मान ऐसी कीमती वस्तु जिसे देने में आपकी जेब से कुछ नहीं जाता
साल 2005
मैं हिंदुस्तान की आर्किटेक्चरल हार्डवेयर की सबसे बड़ी कंपनी में झारखंड और बिहार का सेल्स देखता था। पूरा झारखंड और बिहार घूमता रहता...
रात, पंक्चर साइकल में वजन और 15 किलोमीटर दूर थी मंजिल
साल 1996
मैं 12th का एग्जाम देकर एक डोर टू डोर मार्केटिंग कंपनी में सेल्समैन था। दरअसल रिजल्ट आने लगभग 2 महीने का समय था।...
अफ्रीका में, जो मैंने सीखा
साल 2008
मैं अपने जीवन में पहली बार अफ्रीका जा रहा था। उसके पहले सिर्फ नाम सुना था, अफ्रीका द ब्लैक कॉन्टिनेंट। मैं बड़ा खुश...
माँ गंगा ने बुलाया है – हरिद्वार यात्रा अनुभव
मैैं यहाँ स्वयं नही आया, बल्कि माँ गंंगा ने मुझे बुुलाया था अपने सानिध्य में, अपने शुभ-आशीष और स्नेह के साथ। माँ पुत्र को...
बस में वो अकेली लड़की (कविता)
बस की किनारे वाली सीट की खिड़की से, बाहर झांकती वो लड़की।
पीछे छुटते पहाड़ों, नदी और नदी के पार, उंचाई पर पर बसे...
बहुत याद आता है पहाड़।
आज मुझे अपना पहाड़ रह-रहकर याद आता है। ना जाने क्यों मुझें ऐसा लगता है, कि जैसे मेरा पहाड़, मुझे बुला रहा है। यदि...
घर जो छोड़ना पड़ा
चम्पानौला का तिमंजिला मकान, मेरी दिल्ली वाली बुआ के ससुराल वालों का था, और हम लोग उस मकान के पाँच कमरों मे साठ रुपये...
पोखरा में मिले एक ड्राइवर ने कैसा व्यवहार किया!
साल 2007
मुझे 1 सप्ताह के लिए नेपाल जाना था, एक मार्केट सर्वे के लिए। अगस्त का महीना था, उत्तर बिहार बाढ़ में डूबा हुआ...
अतिथि देवो भव (समृद्ध ग्रामीण पारंपरिक आतिथ्य सत्कार का अनुभव)
आज मैं जब इस विषय पर चर्चा करने जा रहा हूँ तो मेंरे अंतर्मन में अनेक विचारों का आवागमन चल रहा है।कभी सोच रहा...
वो थकान भरा दिन
साल 1999
मैं बीकॉम फाइनल ईयर का स्टूडेंट था, और एक स्टेशनरी फर्म में काम करता था। कॉलेज क्लासेस मेरी शुरू होती थी सुबह 7:25...
कोहरा, झिलमिल सी बूंदे, ठंडी हवा और नैनीताल का वो सफर
बात है कुछ साल पहले की, मेरे पापा हमारे गांव से शहर हमसे और हमारे भाई बहनों से मिलने आए थे। पापा बोले कि...
सपनों की साइकिल से हकीकत का सफर
यह बात है उन दिनों की जब मैं छठी कक्षा में पढ़ती थी।
सपनों की साइकिल से हकीकत का सफर
जब मैं साइकिल...
अंधेरी रात के चमकीले भूत का सच
दोस्तों मैं आज आपको कहानी बताने जा रही हूं, अंधेरी रात के चमकीले भूत की। इस कहानी में पांच-छह साल के बच्चों का ग्रुप...
पर क्या पता है तुम्हे, मुझे पता है (कविता)
हां मैं नहीं कर सकता गौर,
तुम्हारी कानों की नई इयररिंग्स को।
हां मै नही कह सकता हर बार,
तुम्हारे दुपट्टे और नेल पोलिश का कलर, हर...
गैर पेशेवर रिटेलर से मिला एक कड़वा अनुभव
साल 2017
मैं अपनी कंपनी का बिजनेस बढ़ाने का कोशिश कर रहा था। हमारे पास प्रोडक्टस बहुत कम थे, हमने दो और कंपनियों का डिस्ट्रीब्यूशन...
ईमानदारी में जब विनम्रता जोड़ी जाती है तो, परिणाम आता है सम्मान
साल 2002
एक टेक्सटाइल कंपनी में, मैंने एग्जीक्यूटिव ट्रेनी के तौर पर ज्वाइन किया था। प्रशिक्षण के सिलसिले में दो सप्ताह के लिए लुधियाना सेल्स ऑफिस...
दांत का दर्द और डॉक्टर
जनाब जिंदगी मे हमारे अफ़साने बनना तो तय था लेकिन कभी सोचा नही था के हमारे दांतों के भी इतने अफ़साने बन जायेगे कि...