काठमांडू में आथित्य सत्कार ने दिल जीत लिया

साल 2013
जनवरी में 1 सप्ताह के लिए काठमांडू, नेपाल गया था। उस समय वहां जबरदस्त ठंड थी। न्यूनतम तापमान माइनस 2 डिग्री था। सुबह 7:00 बजे तक अंधेरा छाया रहता था। मैं थामेल के एक होटल में ठहरा था, जिसमें अधिकांश विदेशी ठहरे हुए थे। सुबह का नाश्ता कंप्लीमेंट्री था, कॉन्टिनेंटल ब्रेकफास्ट। दोपहर का खाना भी वहां खाया,  जो मुझे बिल्कुल अच्छा नहीं लगा। रात को खाने के लिए मैं कोई दूसरी जगह जाना चाहता था।
मैं होटल से निकलकर थामेल में टहल रहा था, कोशिश थी कोई इंडियन रेस्टोरेंट दिखाई पड़े, तो मैं खाना खा लूंगा। एक सड़क पर एक होटल दिखाई दी, जिस पर मुझे एक रेस्टोरेंट का बोर्ड दिखाई पडा, जिसमें उन्होंने इंडियन थाली मेंशन कर रखा था। मैं रेस्टोरेंट के अंदर पहुंचा, बार कम रेस्टोरेंट था। काउंटर पर एक महिला थी, पीछे करीने से विदेशी शराब की बोतले सजी हुई थी। काउंटर के दाहिने और बाएं ओर, विभिन्न प्रकार के क्रॉकरी और ग्लासेस थे। इक्का-दुक्का कस्टमर छोड़कर पूरा खाली था।
मैं एक खाली टेबल पर जा कर बैठ गया। वह महिला जो काउंटर पर बैठी हुई थी, उठकर मेरे पास पहुंची। दोनों हाथ जोड़कर मुझे नमस्ते किया, मैंने भी प्रति उत्तर में दोनों हाथ जोड़कर उन्हें नमस्ते किया। एक गिलास में गर्म पानी और मेंनू लाकर मेरे टेबल पर रखा,। मैं मेनू पलट कर देखने लगा, और सबसे लास्ट पेज में मुझे इंडियन थाली दिखाई पड़ी। मैंने उनसे इंडियन थाली के बारे में पूछा। महिला का कहना था सर आपको चपाती जरूरी है, मैंने कहा -“नहीं सिर्फ राईस से भी काम चलेगा”। उनका कहना था, तो फिर आप हमारी नेवारी थाली ट्राई कीजिए, आपको अच्छा लगेगा। मैंने कहा, ओके मैडम आप सजेस्ट कर रहे हैं, तो आप मुझे वही दीजिए।
महिला ने अंदर जाकर किचन में आर्डर किया।
फिर मेरे पास आकर बोली, सर आप इंडिया से हैं!
मैं बोला यस मैडम।
…टूरिस्ट हैं?
मैडम मैं बिजनेस टूर पर हूं।
उन्होंने पूछा – मैं कहां रह रहा हूं?
मेरे द्वारा होटल के नाम बताने पर, उन्होंने कहा – सर आपको वहां खाना अच्छा नहीं मिलता होगा, क्योंकि वहां यूरोपियनस ज्यादा आते हैं।
मैंने कहा – बिल्कुल सही कह रहे हो मैडम।
तब तक किचन से घंटी बजी, वह महिला गई और एक थाली मेरे टेबल पर लाकर रखी।
पीतल की बड़ी थाली, उसमें पीतल की चार कटोरिया, एक में दाल, एक में पनीर की सब्जी, एक में मिक्स वेजिटेबल, एक में नेपाली साग, अचार …पापड़ … सलाद और एकदम गर्म चावल। सभी से भाप निकल रही थी, सलाद छोड़ कर। मैं मिर्ची खाने का शौकीन हूं, मैंने पूछा – “मैडम मुझे ग्रीन चिली मिल सकती है?”
उनका कहना था  – बिल्कुल सर, एक पीतल के प्लेट में चार छोटी लेकिन तीखी मिर्च लाकर, मेरी टेबल पर रखी।
उन्होंने कहा- सर, आप खाना खाइए, और कोई भी जरूरत हो तो मुझे बताइएगा और वे अपने काउंटर पर चली गई। मुझे भूख बहुत लगी थी, ठंड भी बहुत थी।  गरमा गरम, चावल, दाल, सब्जी साग… वह भी पीतल की थाली और कटोरी में, जैसा कि मेरे गांव में मेरी दादी मुझे देती थी … मजा आ गया … अद्भुत स्वाद था … मेरा खाना समाप्त होने ही वाला था, वह महिला जाकर, दाल चावल सब्जी और लेकर आ गयी। मेरे मना करने के बावजूद, उन्होंने मेरे थाली में सब कुछ दोबारा डाला। भोजन इतना स्वादिष्ट था कि मैने दोबारा भी खा लिया। वह तीसरी बार भी लेने को कहीं, मैने हाथ जोड़कर मना कर दिया।
खाना खाने के बाद फिंगर बाउल में नींबू पानी ला कर दिया, और एक टॉवल, हाथ धोकर, मैंने उन्हें बिल लाने के लिए कहा। एक कटोरी में सौंफ, मिश्री और बिल लेकर आई। बिल में 10% का डिस्काउंट दिया हुआ था, उन्होंने कहा – सर आप पहली बार आए हैं, आपको मैंने 10 परसेंट डिस्काउंट दिया है। मैंने उन्हें धन्यवाद किया। ..

उन्होंने मुझसे पूछा … सर अगर आपके पास 2 मिनट का समय है?, तो उनके होटल के कमरे देख सकता हूं। मुझे अच्छा लगेगा, और नेक्स्ट टाइम मैं उनके होटल में ठहर सकता हूं। वह मुझे लेकर फर्स्ट फ्लोर के एक कमरे में पहुंची। लगभग ढाई सौ स्क्वायर फिट का कमरा, वुडन फ्लोरिंग, सेंट्रल हीटिंग, एक तरफ स्टडी टेबल और ड्रेसिंग टेबल, दूसरी तरफ क्वीन साइज बेड, 32 इंच की टीवी, दो बड़े साइज के विंडो और विंडो के साथ ही कॉफी टेबल और दो सिंगल सीटर सोफा। फिर उन्होंने बाथरूम दिखाया, 24 घंटे गर्म पानी, बाथटब और सारे टॉयलेट्रीस। मुझसे कहा सर आप आपके लिए रूम रेंट में भी मैं 20% डिस्काउंट कर दूंगी। हम बातें करते हुए नीचे उतरे। उन्होंने अपने होटल का कार्ड दिया, और कहा, सिर्फ मुझे फोन कर देंगे, या मेल कर देंगे, तो हम आपको एयरपोर्ट से भी पिक कर लेंगे। ब्रेकफास्ट में हम आपके लिए … पराठा या पूरी सब्जी भी बना देंगे। ब्रेकफास्ट कंप्लीमेंट्री हैं। मुझे होटल के गेट तक छोड़ने आई। उसके बाद जब भी मैं काठमांडू गया, मैं उनके होटल में ही ठहरा। बाद में मेरी जान पहचान होटल के मालिक से भी हो गई। उनकी नेवारी थाली अद्भुत है। और सबसे अद्भुत था, उस महिला का कस्टमर रिलेशनशिप मैनेज करने का तरीका। … मैं अपने व्यापार में उन्हें फॉलो करने का कोशिश करता हूं।

काठमांडू, नेपाल की जानकारी देता विडियो देखें ?


लेखक के जीवन के अन्य रोचक अनुभवों को पढ़ने के लिए, आप निम्न किताब जो की amazon में उपलब्ध है, को खरीद सकते हैं।

उत्तरापीडिया के अपडेट पाने के लिए फ़ेसबुक पेज से जुड़ें।

Related posts

बदलते मौसम में ख़ुद को स्वस्थ कैसे रखें

इलेक्ट्रिक कारों के प्रमुख पार्ट्स (Parts)

BSVI द्वितीय चरण में वाहनों में क्या बदलाव होने जा रहा है!