1 अक्टूबर से वाहन चलाते, मोबाइल बात करने पर भारी जुर्माना, कई नए नियम भी

1 अक्टूबर से वहाँ चलाने के कई नियमों में बदलाव होने जा रहा है।  एक नियम वाहन चालकों के लिए आ रहा है, जिसमें गाड़ी चलाते वक्त फोन पर बात करना भारी पड़ेगा। इस नए नियम के अनुसार मोबाइल का इस्तेमाल केवल रूट नेविगेशन के लिए हो सकेगा। बात करते हुए पकड़े जाने पर पांच हजार रुपये तक का जुर्माना देना होगा।

सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने इस नए नियम को जारी किया है। अब गाड़ी चलाते समय हाथ में मोबाइल फोन का इस्तेमाल केवल रूट नेविगेशन (route navigation) के लिए इस तरह से किया जाएगा कि वाहन चलाते समय ड्राइवर का ध्यान भंग न हो। हालांकि, ड्राइविंग करते समय मोबाइल से बात करने पर 1 हजार से 5 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।

यह नियम पिछले साल मोटर व्हीकल एक्ट में किए गए बदलाव से जुड़े हैं. एक्ट के कुछ नियम पिछले साल लागू हो गए थे। मिली सुचना के अनुसार आईटी सर्विस और इलेक्ट्रॉनिक मॉनिटरिंग के इस्तेमाल से देश में ट्रैफिक से जुड़े नियम बेहतर तरीके से लागू होंगे। साथ ही ड्राइवरों के उत्पीड़न पर रोक लगेगी।

वाहन से जुड़े पेपर की मांग नहीं कर सकेंगे पुलिस अधिकारी

मिली जानकारी के अनुसार वेब पोर्टल पर रिवोक्ड और डिस्क्वालीफाई किए गए ड्राइविंग लाइसेंस की जानकारी नियमित रूप से अपडेट की जाएगी।  इससे अथॉरिटीज को ड्राइवर्स के व्यवहार की मॉनिटरिंग में मदद मिलेगी। नियमों के मुताबिक, यदि वाहन से जुड़े कागजात की वैधता इलेक्ट्रॉनिक तरीके से हो जाती है तो पुलिस अधिकारी फिजिकल तौर पर कागजात की मांग नहीं कर सकेंगे।

अपने वाहन से जुड़े डॉक्यूमेंट इ फॉर्मेट में रखने के लिए भारत सरकार द्वारा अधिकृत डिजिलॉकर अथवा परिवहन मोबाइल एप का उपयोग कर सकते हैं।

केंद्र सरकार ने मोटर वाहन नियम 1989 (Motor Vehicle Act) में संशोधन किया है. सरकार ने शनिवार को कहा कि एक सूचना प्रौद्योगिकी पोर्टल के माध्यम से एक अक्टूबर 2020 से ड्राइविंग लाइसेंस और ई-चालान सहित वाहन संबंधी दस्तावेजों का रखरखाव किया जाएगा।  एक बयान में कहा गया कि वाहन दस्तावेजों के निरीक्षण के दौरान इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से वैध पाए गए वाहनों के दस्तावेजों के बदले भौतिक दस्तावेजों की मांग नहीं की जाएगी।

मोबाइल पर बात करना दुर्घटना का बड़ा कारण
गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करना वाहन दुर्घटना का एक बड़ा कारण हो गया है. लोग गाड़ी चलाते वक्त भी मोबाइल पर बात करते रहते हैं. ऐसे में उनका सड़क पर चलते वक्त ध्यान भटक जाता है, जिससे दुर्घटनाएं होती हैं। इस नए नियम के लागू होने से मोबाइल को केवल डैशबोर्ड के आगे लगाकर रूट नेविगेशन के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।


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