कुछ समय पहले मार्क ज़करबर्ग  ने बताया कि फेसबुक के बुरे समय में बाबा जी का आशीर्वाद लेने वे - भारत के एक मंदिर आये थे और बाबा जी के आशीवार्द से उन्हें उनके बिज़नेस में इतनी बड़ी सफलता मिली.

 ज़करबर्ग यहाँ एप्पल कंपनी  के फाउंडर स्टीव जॉब्स की सलाह पर आये थे, जो कुछ वर्ष पूर्व कैंची मंदिर में आ चुके  थे, और स्टीव जॉब्स ने बतया कि  वो अपने निराशा से भरे, मुश्किल समय में  - यही से सकारात्मक ऊर्जा और आशीर्वाद लेने के बाद, वो एप्पल कंपनी को नयी ऊंचाई पर ले जा सके.

मंदिर और इसके साथ लगा आश्रम - उत्तराखंड में नैनीताल जिले में कैंची नाम की जगह में हैं.बाबा  नीम करोली महाराज का कैंची धाम आश्रम, नैनीताल से 20 किलोमीटर दूर नैनीताल-अलमोड़ा रोड़ पर समुद्र तल से 1400 मीटर ऊंचाई पर स्थित है।

बाबा नीम करोली आश्रम में  हर वर्ष लाखो श्रृदालु आते हैं, और बाबा जी का आशीर्वाद  पाते हैं बाबा    सशरीर अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन  ईश्वरीय  अवतार थे, ईश्वर  कभी मरते  नहीं, उनकी  करुणा, दया और आशीर्वाद  अब  भी  श्रदालुओं  पर  बरसता  हैं।

क्षिप्रा नाम की छोटी पहाड़ी नदी के किनारे सन् 1962 में कैंचीधाम की स्थापना हुई। यहां दो घुमावदार मोड़ है जो कि कैंची के आकार के हैं इसलिए इसे कैंचीधाम आश्रम कहते हैं। बाबा जी हनुमान जी के अवतार माने जाते है।

कैंची  मंदिर परिसर  रोड  से  लगा   हैं, मंदिर  के  निकट  गाड़ियों के  खड़े  करने  के  लिए पार्किंग   हैं, पिछले कुछ वर्षों में यह बहुत व्यस्त रहने लगा हो,   वीकेंड में, लौंग हॉलीडेज में पार्किंग। थोड़ा दूर करनी होती है।

कैंची धाम में प्रति वर्ष 15 जून को विशाल मेला आयोजित होता है, मंदिर  और  आश्रम परिसर  में  श्रृदालु  शीतकाल में नवंबर  से  मार्च तक  सुबह  7 बजे  से  शाम  6 बजे  तक और  शेष  वर्ष  सुबह  6  से सायं  7 बजे  तक  किये जा सकते  हैं।

बाबा जी से जुड़ी कई चमत्कारी कहानियाँ प्रसिद्ध है, नीचे लिंक में क्लिक कर जाने।