उत्तराखंड समाचार 26 मार्च 2021

by Deepak Joshi
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लगातार चर्चा में बने उत्‍तराखंड के नए सीएम तीरथ सिंह रावत के बारे में आरटीआई में हुआ है अहम खुलासा

सूबे की कमान संभालने के दौरान से ही अपने अजीबो-गरीब बयानों को लेकर चर्चा में बने उत्‍तराखंड के नए मुख्‍यमंत्री तीरथ सिंह रावत के बारे में आरटीआई के तहत एक और अहम खुलासा हुआ है। सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत मिली जानकारी के तहत वर्तमान मुख्यमंत्री व पौड़ी से सांसद तीरथ सिंह रावत की वर्ष 2019-20 की सांसद निधि में से दिसम्बर 2020 तक केवल आठ फीसद धनराशि खर्च हुई है। जबकि 92 फीसद निधि डंप पड़ी है। पहले रिप्‍ड जींस, फिर भारत को अमेरिका का गुलाम बताने और समय रहते 20 बच्‍चे पैदा करने की बात सार्वजनिक मंच से करने वाले मुख्‍यमंत्री ने सांसद निधि खर्च करने में कोताही क्‍यों बरती इसको लेकर विपक्ष उन पर हमलावर हो सकता है।

केन्‍द्रीय मंत्री निशंक की सांसद निधि पूरी सुरक्षित  

उत्तराखंड के सांसदों की 2021 के शुरुआत में में 32.20 करोड़ की सांसद निधि खर्च होने को शेष है। इसमें 17.68 करोड़ की सांसद निधि लोकसभा सांसदों तथा 14.52 करोड़ की सांसद निधि राज्य सभा सांसदों की शामिल है। यह हाल तब है जब वर्ष 2020-21 व 2021-22 की सांसद निधि भारत सरकार द्वारा स्थगित किए जाने के कारण किसी सांसद को मिली ही नहीं है। वर्तमान मुख्यमंत्री व पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत की वर्ष 2019-20 की सांसद निधि में से दिसम्बर  2020 तक केवल आठ प्रतिशत धनराशि खर्च हुई है, जबकि हरिद्वार सांसद व केन्‍द्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियल निशंक की कोई भी धनराशि खर्च नहीं हो सकी है।

आरटीआई एक्‍टीविस्‍ट नदीमउद्दीन ने मांगी थी सूचना 

काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन एडवोकेट ने उत्तराखंड के ग्राम्य विकास आयुक्त कार्यालय से सांसद निधि खर्च सम्बन्धी सूचना मांगी थी जिसके उत्तर में लोक सूचना अधिकारी/अपायुक्त (प्रशासन) हरगोविन्द भट्ट द्वारा अपने पत्रांक सं0 3108 के साथ सांसद निधि खर्च के दिसम्बर 2020 तक विवरण उपलब्ध कराए गये हैं। जिसके अनुसार दिसम्बर 2020 के अंत तक की उत्तराखंड के लोकसभा व राज्यसभा सांसदों के सांसद निधि खर्च का विवरण दिया गया है। उत्तराखंड के वर्तमान लोकसभा सांसदों को 2019-20 की ही सांसद निधि मिली है।

सांसद अजय टम्टा ने खर्च की 89 फीसद निधि 

अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा को ब्याज सहित 250.23 लाख की सांसद निधि स्वीकृति हेतु उपलब्ध हुई है, जिसमें से दिसम्बर 2020 तक 89 प्रतिशत 223.75 लाख की सांसद निधि खर्च हुई है। हरिद्वार सांसद व केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री डा. रमेश पोखरियाल को 2019-20 में 250 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई है जिसमें से कोई भी धनराशि खर्च नहीं हुई है। इतना ही नहीं इनके पिछले कार्यकाल की 10 प्रतिशत 71.25 लाख की धनराशि भी खर्च होने को शेष है। पौड़ी सांसद व वर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को 2019-20 की 250 लाख की सांसद निधि मिली है। जिसमें से केवल आठ प्रतिशत 20.25 लाख की धनराशि ही दिसम्बर 2020 तक खर्च हो सकी है।

राज्य सभा सांसद में प्रदीप टम्टा ने खर्च की 86 प्रतिशत निधि 

टिहरी सांसद श्रीमति राजलक्ष्मी शाह को 2019-20 में 250 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई है जिसमें से 77 प्रतिशत 192.46 लाख की धनराशि खर्च हो चुकी है नैनीताल सांसद अजय भट्ट को ब्याज सहित 251.21 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई है जिसमें से 61 प्रतिशत 152.61 लाख की सांसद निधि दिसम्बर 2020 तक खर्च हो सकी है। उत्तराखंड के राज्य सभा सांसदों में प्रदीप टम्टा को 2016-17 में 2019-20 तक ब्याज सहित 1513.11 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई है जिसमें से 86 प्रतिशत 1302.30 लाख की सांसद निधि दिसम्बर 2020 तक खर्च हो चुकी है। पूर्व सांसद राजबब्बर को 2015-16 से 2019-20 तक ब्याज सहित 2286.61 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई है जिसमें से 91 प्रतिशत 2084.52 लाख की सांसद निधि खर्च हो चुकी है । राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी को 2018-19 की ब्याज सहित 504.22 लाख की सांसद निधि स्वीकृति हेतु उपलब्ध हुई है। जिसमें से 20 प्रतिशत 102.22 लाख की धनराशि ही दिसम्बर 2020 तक खर्च हो सकी है

 

उक्रांद के सामने अस्तित्व बनाए रखने की चुनौती

प्रदेश के एकमात्र क्षेत्रीय दल उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) के सामने खुद का वजूद बचाने की चुनौती है। इसे देखते हुए उक्रांद अब आगामी विधानसभा चुनावों के जरिये एक बार फिर प्रदेश में अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ने की तैयारी में जुट गया है। इसके लिए उसने संभावित प्रत्याशियों को अभी से आगे करते हुए चुनावी तैयारी भी शुरू कर दी है। इसके साथ ही दल की रणनीति जनसरोकार से जुड़े विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार पर हमलावर होने की है।

उत्तराखंड क्रांति दल का जन्म ही राज्य आंदोलन की अवधारणा के साथ हुआ। इस दल ने तमाम उतार चढ़ाव देखे हैं। राज्य गठन से ऐन पहले क्रांति दल अपने को प्रदेश में एक मजबूत दल के रूप में स्थापित कर चुका था। राज्य आंदोलन के दौरान उक्रांद के प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में लोग जुड़ते थे। राज्य गठन के बाद उक्रांद को स्थानीय जनता ने अपना पूरा आशीर्वाद भी दिया।

यही कारण रहा कि पहले विधानसभा चुनाव में दल के चार प्रत्याशी विधायक के रूप में चुन कर विधानसभा तक पहुंचे। पर्वतीय क्षेत्रों में पार्टी का मत प्रतिशत भी खासा अच्छा, यानी 5.49 प्रतिशत रहा। इस कारण उक्रांद को राजनीतिक दल के रूप में मान्यता भी मिली। दूसरे चुनाव यानी 2007 में भी पार्टी का प्रदर्शन संतोषजनक रहा। पार्टी को पिछले चुनाव की तरह 5.49 प्रतिशत वोट मिले। इस चुनाव में पार्टी ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की। हालांकि, इसके बाद पार्टी के बड़े नेता पार्टी के प्रति आमजन के रुझान को बरकरार नहीं रख पाए और पार्टी का पतन शुरू हो गया।
आपसी कलह पार्टी पर भारी पड़ने लगी। इसका असर 2012 के विधानसभा चुनाव में देखने को मिला। पार्टी ने 44 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए, जिनमें से केवल एक पर जीत मिली। बाद में इस विधायक ने भी पार्टी का दामन छोड़ दिया। वर्ष 2017 में पार्टी एक भी सीट नहीं जीत सकी। इसके बाद से ही अब उक्रांद अपने अस्तित्व को बचाने की चुनौती से जूझ रही है।

कोविड पीड़ित हरीश रावत को दिल्ली के एम्स पहुंचाया गया

कोरोना वायरस संक्रमित कांग्रेस महासचिव और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की बृहस्पतिवार को तबीयत अचानक बिगड़ जाने पर उन्हें एयर एम्बुलेंस से दिल्ली के एम्स पहुंचाया गया। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने यह जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की और कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री की तबीयत अचानक बिगड़ जाने पर चिकित्सकों ने उन्हें दिल्ली एम्स रेफर किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पर उन्होंने अधिकारियों को हरीश रावत को एयर एम्बुलेंस उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। रावत ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री को एयर एंबुलेंस से दिल्ली

रावत ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री को एयर एंबुलेंस से दिल्ली के एम्स अस्पताल पहुंचाया गया।

पूर्व मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य लाभ और दीर्घायु की प्रार्थना करते हुए रावत ने कहा कि उन्होंने दिल्ली के स्थानिक आयुक्त को एम्स प्रबंधन और चिकित्सकों से समन्वय कर सभी जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत, उनकी पत्नी और पुत्री समेत परिवार के चार सदस्यों की बुधवार को आई जांच रिपोर्ट में सभी के कोविड-19 से पीड़ित होने की पुष्टि हुई थी।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह स्वयं भी महामारी से ग्रस्त हैं और फिलहाल पृथक-वास में हैं।

 

उपनल कर्मियों की समस्याओं के निराकरण को समिति

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के निर्देश पर शासन ने उपनल कार्मियों की समस्याओं के निराकरण को मुख्य सचिव ओमप्रकाश की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है। इस समिति में उपनल कर्मचारी महासंघ के दो पदाधिकारियों को भी शामिल किया जाएगा।

प्रदेश में इस समय उपनल कर्मी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। उनकी मुख्य मांग नियमितीकरण और समान कार्य के लिए समान वेतन है। इस मांग को लेकर उनका कार्यबहिष्कार आंदोलन भी जारी है। दरअसल, प्रदेश में इस समय छह हजार से अधिक उपनल कर्मी विभिन्न विभागों में तैनात हैं। ये कंप्यूटर आपरेटर से लेकर अनुसेवक तक का कार्य कर रहे हैं। प्रदेश में होमगार्ड को पुलिस कांस्टेबल के समान मानदेय मिलने के बाद से ही ये सभी समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा इनका यह भी कहना है कि सरकार ने वर्ष 2012 से पूर्व संविदा कर्मियों को नियमित किया है। उपनल कर्मी इससे भी पहले से विभागों में सेवाएं दे रहे हैं, इस कारण इन्हें भी नियमित किया जाए। इन मांगों पर सरकार द्वारा कोई कार्यवाही न किए जाने के कारण उपनल कर्मी आंदोलनरत हैं।

अब उनकी समस्याओं को देखते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के निर्देशों के बाद मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गई है। इस समिति में अपर मुख्य सचिव सैनिक कल्याण, प्रमुख सचिव न्याय, सचिव वित्त, सचिव कार्मिक व प्रबंध निदेशक उपनल को सदस्य बनाया गया है। इसके अलावा इसमें दो उपनल कर्मी भी शामिल रहेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उपनल कार्मिकों का राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। यथासंभव उनके हित सुनिश्चित किए जाएंगे। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि राज्य सरकार का पूरा प्रयास है कि उपनल कर्मियों की सेवा शर्तों में सुधार हो। उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए सरकार कृतसंकल्प है।

 

टिहरी जिले में होटल ताज के 16 कर्मियों पॉजिटिव, तीन दिन के लिए होटल किया गया बंद

टिहरी गढ़वाल की नरेंद्रनगर तहसील के अंतर्गत व्यासी स्थित होटल ताज के 16 कर्मचारियों की कॉविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पिछले दस दिन के भीतर यहां 23 कर्मियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने जिला प्रशासन को होटल को कंटेनमेंट जोन बनाने की संस्तुति की है। जिलाधिकारी टिहरी ईवा श्रीवास्तव ने बताया कि होटल को कंटेनमेंट जोन न बनाकर इसे तीन दिन के लिए बंद किया जाएगा। व्यापक जांच के बाद आगे निर्णय लिया जाएगा।

नरेंद्रनगर तहसील के मुनिकीरेती क्षेत्र में गुरुवार को 27 व्यक्तियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें 16 कर्मचारी होटल ताज के शामिल हैं। इनके अतिरिक्त आठ यात्रियों और तीन आश्रम कर्मियों में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 19 व्यक्तियों को गढ़वाल मंडल विकास निगम के ऋषिलोक कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया है। वहीं कोरोना संक्रमित यात्री यहां से जा चुके हैं।  ऋषिकेश और आसपास क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। एक अप्रैल से कुंभ का आगाज हो रहा है। 10 मई से श्री हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने के साथ चार धाम यात्रा भी शुरू हो जाएगी। बड़ी बात है कि बाहर से आने वाले यात्रियों और इनके पड़ाव स्थल होटल और आश्रम में ज्यादातर मामले सामने आ रहे हैं। तीन दिन पूर्व गुजरात से आए 22 यात्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। गुरुवार को मुनिकीरेती क्षेत्र में 27 मामले सामने आए हैं। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. जगदीश चंद्र जोशी ने बताया कि तपोवन चेक पोस्ट पर बाहर से आने वाले प्रत्येक यात्री की जांच हो रही है। इन यात्रियों के आरटी पीसीआर सैंपल जांच के लिए भेजें जा रहे हैं।

बीते मंगलवार को यहां से भेजे गए सैंपल में आठ व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें छह यात्री तमिलनाडु, एक गुजरात और एक हरियाणा का यात्री शामिल है। यह सभी लोग यहां से जा चुके हैं। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के मुताबिक ऋषिकेश बदरीनाथ हाईवे पर व्यासी के समीप स्थित होटल ताज के 16 कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनके भी मंगलवार को सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। इनके अतिरिक्त शीशमझाड़ी गंगा तट पर स्थित विख्यात आश्रम का एक कर्मचारी गुरुवार को कोविड जांच कराने आया था। एंटीजन जांच में इस व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिसके बाद टीम उस आश्रम में गई, वहां दो कर्मचारी और मिले इनकी एंटीजन जांच की गई तो वह भी पॉजिटिव निकले।

होटल ताज में दस दिन में 23 मामले आए सामने

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक होटल ताज में 10 दिन के भीतर 23 व्यक्तियों की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। यहां 15 मार्च को दो, 23 मार्च को पांच और 25 मार्च को 16 कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। स्वास्थ्य विभाग ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी टिहरी और जिलाधिकारी टिहरी को होटल ताज को कंटेनमेंट जोन बनाने की संस्तुति की है। इस पर अंतिम निर्णय जिला प्रशासन लेगा।

क्ता मिश्रा (उपजिलाधिकारी, नरेंद्रनगर) ने कहा कि होटल ताज को कंटेनमेंट जोन बनाए जाने संबंधित मामले में शासन द्वारा निर्धारित नीति के तहत उच्च अधिकारियों ने निर्णय लेना है। हमारी प्राथमिकता यहां ठहरे उन सभी यात्रियों को ट्रेस करने की है जो पिछले दिनों इन संक्रमित कर्मचारियों के संपर्क में आए हैं। इस दिशा में शुक्रवार से काम शुरू कर दिया जाएगा। जितने भी व्यक्ति पॉजिटिव आए हैं, इन्हें आइसोलेट किया जाएगा।

ईवा श्रीवास्तव (जिलाधिकारी, टिहरी गढ़वाल) ने कहा कि ताज होटल में एक साथ 16 कोरोना पॉजिटिव मामले मिलने के बाद होटल को तीन दिन के लिए बंद किया जा रहा है। होटल के समस्त स्टॉफ और उनके संपर्क में आए व्यक्तियों की जांच की जाएगी। इस बीच पूरे होटल को सैनिटाइज करने को कहा गया है।

 

कॉर्बेट नेशनल पार्क घूमने आ रहे हैं तो पढ़ लें खबर, जारी हो गई है नई गाइडलाइन

कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए कॉर्बेट नेशनल पार्क में अलर्ट जारी कर दिया गया है। बीते दिनों दो पर्यटकों के पॉजिटिव मिलने के बाद लोगों के साथ ही वन्‍यजीवों में भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। संक्रमित पर्यटकों से रिसार्ट के कर्मचारियों को भी कोरोना का खतरा बना है। कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए कार्बेट प्रशासन ने सफारी के दौरान मास्क, सेनेटाइजर का कड़ाई से पालन करने के निर्देश जारी किए है।

गाजियाबाद के वसुंधरा से आठ पर्यटक व नोयडा सेक्टर 45 से पर्यटक रामनगर एक रिसार्ट में आए थे। उन सभी का रामनगर की सीमा हल्दुआ में कोरोना की आरटीपीसीआर जांच के लिए सेंपल लिया गया। दो पर्यटकों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। कोविड के नोडल अधिकारी डा. प्रशांत कौशिक ने बताया कि दोनों पर्यटक रिसार्ट से वापस जा चुके थे। उन्हें फोन से अवगत करा दिया है।

साथ ही नोयडा व गाजियाबाद में एसीएमओ को दो पर्यटकों के पॉजिटिव निकलने की जानकारी दे दी गई है। पर्यटकों को वहीं आइसोलेट कराया जा रहा है। इसके अलावा मंगलवार को ही रामनगर में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए चार आरोपितों समेत पांच लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। उधर कार्बेट पार्क के निदेशक राहुल ने बताया कि कार्बेट में आने वाले पर्यटकों को सफारी में मास्क व सेनेटाइजर का प्रयोग कड़ाई से करने के निर्देश दिए गए हैं। गेट में थर्मल स्क्रीनिग, ऑक्सीजन सिलेंडर व पर्यटकों के विश्राम कक्षों को सेनेटाइज कराया जा रहा है।

22 दिन में 102 लोग कोरोना पॉजिटिव

कोविड के नोडल अधिकारी प्रशांत कौशिक ने बताया कि बीते साल अपै्रल से अब तक रामनगर में 1072 लोग पॉजिटिव आ चुके हैं। इस महीने 22 मार्च तक 102 लोग पॉजिटिव आ चुके हैं। उसमें से 94 लोगों को आइसोलेट करने के बाद छोड़ दिया है।



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